मेरी दुनीया
हैल्लो दोस्तों आप कैसे हो
आप का अपना दोस्त आज लेकर आया है एक बहुत ही बड़ा मुद्दा जो सबके सात हैं और जो हर युवा झेल रहे हैं जिसके कारण युवा आत्मा हत्या कर रहे हैं।
दिन पे दिन महगाई बड़ रही हैं और लोगो के रोहगार छिन रहे हैं लेकिन चुप हैं सरकार क्योकी अभी चुनाव नहीं आये हैं ये तो सबसे बड़ा मुद्दा हैैं - सरकार को कोई फार्क नहीं नहीं गिरता
मैं आज उन लोगो या सरकार से ये पूछना चाहता हूँ अगर तुम गरीब के बच्चे ने अपनी १२ किलास पास कर ली जैसे तैसे कर के क्या सरकार की नजरो में वो अनपढ़ हैं या उसे बस वोट देने का अधिकार मिला है बस वोट पर धयान रहता है क्या सरकार को ये नही देखना माँ बाप कैसे अपने बच्चों पढ़ाते है और उसके बाद भी उसके बच्चे बेरोजगार रहते हैं बस सरकार को अपनी वोट
लेनी है बच्चा आज भी 12th के बाद भी बेरोजगार घूम रहा है
आज एक पढें लिखे लड़के की ये हालत हो गई हैं या तो वो बेलदारी करे या कही कोई ठेला लगा ले या रोड पे या रेल की पटरी पर खड़ा हो जाए फिर क्या सर पर बेरोजगार की तलवार और ऊपर से घर वालो का आज घर मैं दाल नहीं है आज तेल नहीं हैं आज चीनी नहीं हैं तो क्या करे गा गरीब का बच्चा
अब ये हो रहा है जो डिप्लोमा करेगा उसे ही नोकरी मिलेगी क्या बाकी जो 10th या 12th ba पास हैं वो सब अनपढ़ हैं क्या पूछता है भारत ये सरकार को बंद करना होगा सब इक्वल या बराबर होने चाइये
ये सब सरकार को बंद करना होगा और ये कही भी कम्पलशरी नहीं होना चाहिए और 12th और 10th पास को सबको नौकरी मिलनी चाहिए क्या सरकार को नहीं पता हर साल कितने लोगों पासआउट होते हैं कितने बेरोजगार होते हैं कितने को रोजगार मिला कुछ तो आंकड़ा होगा सरकार के पास
अब तो लोगो ने ये धंधा बना लिए हैं बेचारो गरीब बच्चो को नौकरी देने के बहाने बुलाते हैं बोलते हैं कि बैंक मैं नौकरी निकली हैं आप आ जाओ और आपको 24००० या 2०००० रुपए मिलेगे बेचारे खुश हो जाते हैं लगता हैं अब हमारे दिन ठीक हो जाये गे जैसे तैसे पैसे अपने माता पिता से लेकर जाते है पता लगता है वहा तो बेरोजगारों के सात खेला जा रहा है लेकिन सरकार चुप है धंधा बना लिए लोगो ने ये अब वहां सिर्फ
बेरोजगारी का तमासा बनाया जाता है उन्हें वहां बुलाकर रिसवत के पैसे मांगे जाते हैं नौकरी देने के लिए और बेचारे नौकरी के मारे वहां पैसे देते हैं उन्हें ऐसे सपने दिखाए जाते हैं वे अपने सारे सपने वहां पुरे होते देख उन्हें पैसे देदेते हैं लेकिन लोग उनके सात धोका करते हैं उन्हें मरने के लिए और मजबूर कर देते हैं ऐसा होने के बाद उन्हें लगता है कि हम अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाएंगे और वो टूट जाते हैं लेकिन मजे की बात देखो सरकार का इस पर कोई ध्यान नहीं हैं वे लोग बेरोजगारों का मजाक बनाते हैं और 2000 rs हर एक बच्चे से लेते हैं और अपने पैसे कमाते हैं ये अब धंधे बन गए हैं फिर सरकार बोलती हैं के लूट पाट ज्यादा होने लगी क्यों होती हैं लूट पाट कभी सोचा सरकार ने
आप भी देख लो बेरोजगारों के सात कैसे खेला जाता हैं इस पर कुछ तो होना चाहिए बेरोजगार लोगो को टारगेट किया जा रहा हैैं क्या सरकार को कुुुछ नही पता वहां केे sho को कुछ नहीं पता
सब मिले हैं सब के पास पैसा जाता हैं जब वहां इतने लोग आते हैं क्या पुलिस को नही पता क्या हो रहा हैं यहाँ आज ये धंधा बंध होना चाहिए सरकार को इस पर ध्यान देना होगा हर रोज इतने लोग टारगेट किये जाते है फिर वो युवा डिप्रेस्ट होकर आत्महत्या करता है को हैं जिमेदार कही ना कहीं हमारी सरकार ही हैं ना
Pls सरकार को ध्यान देना होगा
या सायबर सिगरट क्राइम ब्रांच को इस पर लगा देना चाहिए
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